हाल में ही Wayanad Landslide हुवा जहा पर 158 से अधिक लोगो की मौत हुई।
भयानक तबाही की कहानियाँ
केरल के वायनाड जिले में भयंकर भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या 158 हो गई है। यह त्रासदी मंगलवार सुबह भारी बारिश के कारण हुई, जिससे कई गांव प्रभावित हुए। केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस खबर की पुष्टि की।
राहत और बचाव कार्य
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और सेना की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। कई लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं और चालीयार नदी में बह जाने का भी डर है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इसे हृदय विदारक आपदा करार दिया।
प्रभावित गांव और लोगों की दुर्दशा
चूरालमला, मुंडक्काई, अट्टमाला और नूलपुझा गांव सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। सरोजिनी नामक महिला, जो चूरालमला की निवासी है, ने अपने दर्दनाक अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया कि जब भूस्खलन हुआ, तो वह घर में अकेली थीं और दरवाजा जाम हो गया था।
सरकारी प्रयास और घोषणाएँ
राज्य सरकार ने दो दिन के शोक की घोषणा की है। पूर्व वायनाड सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने खराब मौसम के कारण अपनी यात्रा स्थगित कर दी है। प्रियंका गांधी ने X पर लिखा, “हमारे दिल इस दुखद घड़ी में आपके साथ हैं।” राहुल गांधी ने आश्वासन दिया कि वे जल्द ही वायनाड का दौरा करेंगे और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखेंगे।
राहत शिविरों में जीवन
सभी बचे हुए लोगों को विभिन्न राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। डॉक्टर हसना, जो इन शिविरों में सेवा दे रही हैं, ने बताया कि कई लोग तनाव से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि चिकित्सा टीम द्वारा आवश्यक दवाइयाँ दी जा रही हैं, लेकिन पूर्ण उपचार के लिए समय लगेगा।
अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
अलाप्पुझा सांसद केसी वेणुगोपाल ने बताया कि उन्होंने वायनाड जाने का फैसला किया था, लेकिन बचाव कार्यों में बाधा न डालने के लिए इसे स्थगित कर दिया। वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर राहत कार्यों का जायजा लिया। वे अस्पतालों और राहत शिविरों का दौरा भी करेंगे और बचाव और राहत कार्यों में सहायता करेंगे।
इस त्रासदी ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है, और अब सरकार व स्थानीय प्रशासन मिलकर राहत और पुनर्वास कार्यों में जुटे हुए हैं। इस हृदय विदारक घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है और देशभर से सहानुभूति व मदद के हाथ बढ़ाए जा रहे हैं।