संसद के मानसून सत्र की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ दलों ने अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए संसद का समय बर्बाद किया है।
विपक्ष पर तीखा हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सत्रों में संसद को बाधित करने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया। सोमवार को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत में उन्होंने कहा, “आपने देखा होगा कि संसद के पहले सत्र में सरकार की आवाज़ को दबाने की कोशिश की गई थी। 2.5 घंटे तक प्रधानमंत्री की आवाज़ को दबाने की कोशिश की गई। पिछले सत्र में मुझे बोलने नहीं दिया गया। देश की जनता ने हमें देश के लिए भेजा है, पार्टी के लिए नहीं। यह संसद देश के लिए है, पार्टी के लिए नहीं।”
बजट सत्र की महत्वता
मोदी ने कहा कि बजट अगले पांच वर्षों की दिशा तय करेगा और 2047 तक ‘विकसित भारत’ का सपना पूरा करने की नींव रखेगा। उन्होंने कहा, “यह बजट सत्र है। जो गारंटी मैं दे रहा हूँ, हम उन गारंटियों को जमीन पर लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। यह अमृत काल का महत्वपूर्ण बजट है। हमारे पास जो पांच वर्षों का अवसर है, यह बजट उस यात्रा की दिशा भी तय करेगा और 2047 तक ‘विकसित भारत’ का सपना पूरा करने की नींव भी रखेगा।”
संसद के मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी की विपक्ष से अपील: साथ मिलकर काम करें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले विपक्ष से अपील की कि वे सरकार के साथ मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि 2024 का बजट भारत के भविष्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
विपक्ष से सहयोग की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों से आग्रह किया कि वे सरकार के साथ मिलकर देश की भलाई के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में संसद का समय बर्बाद करने की कोशिश की गई थी, लेकिन अब समय आ गया है कि सभी दल मिलकर देश के विकास के लिए काम करें।
बजट 2024 का महत्व
मोदी ने बजट 2024 को भारत के भविष्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “यह बजट सत्र है। जो गारंटी मैं दे रहा हूँ, हम उन गारंटियों को जमीन पर लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। यह अमृत काल का महत्वपूर्ण बजट है। हमारे पास जो पांच वर्षों का अवसर है, यह बजट उस यात्रा की दिशा भी तय करेगा और 2047 तक ‘विकसित भारत’ का सपना पूरा करने की नींव भी रखेगा।”
समृद्ध और विकसित भारत का सपना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में यह स्पष्ट किया कि उनकी सरकार देश को ‘विकसित भारत’ बनाने की दिशा में दृढ़ता से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इस बजट सत्र में जो निर्णय लिए जाएंगे, वे अगले पांच वर्षों के लिए देश की दिशा और दशा तय करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज सावन का पहला सोमवार है। इस शुभ दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। मैं देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाएँ देता हूँ। संसद का मानसून सत्र आज शुरू हो रहा है। आज पूरा देश इसकी ओर देख रहा है। यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए।”
प्रधानमंत्री की यह अपील इस बात का संकेत है कि वह संसद के मानसून सत्र को सार्थक और उत्पादक बनाना चाहते हैं और इसके लिए विपक्ष का सहयोग महत्वपूर्ण है। उनका यह संदेश साफ है कि देश के विकास और समृद्धि के लिए सभी दलों को मिलकर काम करना होगा।
तीसरी बार सत्ता में NDA सरकार: प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष से मिलकर काम करने की अपील की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह अपील ऐसे समय आई है जब उनकी NDA गठबंधन तीसरी बार लगातार सत्ता में आई है, जिसे उन्होंने “60 वर्षों में प्राप्त नहीं किया गया मील का पत्थर” कहा। उन्होंने मतदाताओं से किए गए वादों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, बजट 2024 की भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा, “हम देश की जनता को गारंटी दे रहे हैं, और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है। यह बजट अमृत काल के लिए एक महत्वपूर्ण बजट है। आज का बजट हमारे कार्यकाल के अगले पांच वर्षों की दिशा तय करेगा। यह बजट 2047 तक ‘विकसित भारत’ के हमारे सपने की एक मजबूत नींव भी बनेगा।”
भारत वर्तमान में 8 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुभव कर रहा है, जो देश को अवसरों के शिखर पर पहुंचा रही है। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि यह सभी राजनीतिक दलों और सांसदों का कर्तव्य है कि वे अगले पांच वर्षों के लिए मिलकर काम करें।
संसद का मानसून सत्र आज, 22 जुलाई को शुरू हुआ और 12 अगस्त तक 19 बैठकें होंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज बाद में संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी, इसके बाद मंगलवार को केंद्रीय बजट 2024 पेश किया जाएगा।
लोकतंत्र की गौरवमयी यात्रा
प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट सत्र हमारे लोकतंत्र की गौरवमयी यात्रा का एक महत्वपूर्ण गंतव्य है। उन्होंने यह भी कहा कि 60 वर्षों के बाद तीसरी बार एक सरकार सत्ता में आई है। “आज सावन का पहला सोमवार है। इस शुभ दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। मैं देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की शुभकामनाएँ देता हूँ। संसद का मानसून सत्र आज शुरू हो रहा है। आज पूरा देश इसकी ओर देख रहा है। यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए।” प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बजट सत्र हमारे लोकतंत्र की गौरवमयी यात्रा का एक महत्वपूर्ण गंतव्य है। उन्होंने विपक्ष से अनुरोध किया कि वे संसद की कार्यवाही में बाधा डालने के बजाय सार्थक चर्चा और बहस में भाग लें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण एक बार फिर यह स्पष्ट करता है कि उनकी सरकार अपने वादों को पूरा करने और देश को ‘विकसित भारत’ बनाने की दिशा में दृढ़ है। उनके इस भाषण से यह भी स्पष्ट होता है कि वह विपक्षी दलों की आलोचनाओं को नजरअंदाज नहीं करेंगे और संसद में अपनी आवाज बुलंद करेंगे।