Neeraj Chopra ने पेरिस ओलंपिक्स 2024 में भारत को पांचवां मेडल दिलाया, लेकिन गोल्ड से चूक गए और उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतते हुए नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया।
Neeraj Chopra के प्रदर्शन पर एक नज़र
नीरज चोपड़ा को छह प्रयास मिले, लेकिन केवल एक ही सफल रहा। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.34 मीटर था, जिसे उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में हासिल किया था। बाकी पांच प्रयास खाली गए, जिससे गोल्ड मेडल उनके हाथ से निकल गया।
neeraj chopra द्वारा कीर्तिमान स्थापित
नीरज चोपड़ा अब आजाद भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए दो ओलंपिक मेडल जीतने वाले केवल चौथे एथलीट बन गए हैं। इससे पहले सुशील कुमार, पीवी सिंधु, और मनु भाकर ने यह उपलब्धि हासिल की थी। इससे पहले नीरज ने 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया था।
अरशद नदीम द्वारा ओलंपिक रिकॉर्ड कायम
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने अपने दूसरे प्रयास में 92.97 मीटर दूर भाला फेंककर नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले ओलंपिक रिकॉर्ड नॉर्वे के एंड्रियास थोर्डकिल्सन के नाम था, जिन्होंने 2008 बीजिंग ओलंपिक्स में 90.57 मीटर भाला फेंका था।
एथलीट | देश | सर्वश्रेष्ठ थ्रो | मेडल |
---|---|---|---|
अरशद नदीम | पाकिस्तान | 92.97 मीटर | गोल्ड |
नीरज चोपड़ा | भारत | 89.34 मीटर | सिल्वर |
नीरज के छठे और आखिरी प्रयास में भी 90 मीटर का मार्क पार हुआ, लेकिन उनका थ्रो 91.79 मीटर पर जाकर रुका, जिससे उन्हें सिल्वर मेडल मिला।
निष्कर्ष: नीरज चोपड़ा की प्रेरणा
हालांकि नीरज चोपड़ा इस बार गोल्ड से चूक गए, लेकिन उन्होंने भारतीय एथलेटिक्स के लिए नए मानक स्थापित किए हैं। उनकी मेहनत और सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।