डॉ. कलाम: युवाओं के आदर्श
डॉ. कलाम की सादगी, विनम्रता और देशभक्ति ने उन्हें युवाओं के बीच एक आदर्श बना दिया। वे 27 जुलाई 2015 को शिलांग में एक व्याख्यान के दौरान हृदय गति रुकने के कारण दिवंगत हो गए। उनकी पुण्यतिथि पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने देशभर में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित करने का निर्णय लिया है। उनका जीवन और योगदान हमें निरंतर प्रेरणा देता है। उनके विचार आज भी हमें नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की प्रेरणा देते हैं।
अधिक जानकारी के लिए, विकिपीडिया पर डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पढ़ें।
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जीवन
विवरण | जानकारी |
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पूरा नाम | अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम |
जन्मतिथि | 15 अक्टूबर 1931 |
जन्मस्थान | रामेश्वरम, तमिलनाडु |
मृत्यु तिथि | 27 जुलाई 2015 |
प्रमुख योगदान | इसरो, डीआरडीओ, पोखरण-II परमाणु परीक्षण |
प्रमुख सम्मान | पद्म भूषण, पद्म विभूषण, भारत रत्न |
डॉ. कलाम की प्रमुख उपलब्धियाँ
- मिसाइल कार्यक्रम में योगदान: भारत के मिसाइल विकास कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई।
- पोखरण-II परमाणु परीक्षण: 1998 में भारत के परमाणु परीक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- राष्ट्रपति कार्यकाल: 2002-2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे।
- युवा प्रेरणास्त्रोत: अपने विचारों और कार्यों से युवा पीढ़ी को प्रेरित किया।
पुण्यतिथि पर बीजेपी का अभियान
बीजेपी ने डॉ. कलाम की पुण्यतिथि पर देशव्यापी श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया है। प्रमुख कार्यक्रम रामेश्वरम में आयोजित होगा, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा, युवा उद्यमिता अवार्ड भी प्रदान किए जाएंगे।
डॉ. कलाम का जीवन और योगदान हमें निरंतर प्रेरणा देता है और उनके विचार आज भी हमें नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की प्रेरणा देते हैं।