Friday, September 13, 2024
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Ashadh Gupt Navratri 2024: गुप्त नवरात्रि का इतना बड़ा महत्व है, माता रानी की आशीर्वाद और साधना का समय – गुप्त नवरात्रि

नवरात्रि के पर्व महीने में चार बार आते हैं, जिनमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि विशेष प्रसिद्ध हैं। इसके अतिरिक्त, माघ और आषाढ़ माह में भी गुप्त नवरात्रि का उत्सव मनाया जाता है। इस साल, 6 जुलाई से आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है, जो 15 जुलाई तक चलेगी।

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गुप्त नवरात्रि एक महान अवसर है जब भक्त आस्था और भक्ति में विशेष महसूस करते हैं। इस अवसर पर माता रानी के आशीर्वाद का लाभ लेने के लिए लोग विशेष रूप से पूजा-अर्चना और व्रत-त्याग का पालन करते हैं।

गुप्त नवरात्रि के इस पवित्र अवसर पर, आप सभी को इस धारावाहिक पर जाकर और नवरात्रि के रस्म-रिवाजों को समझने का अवसर मिलता है.

आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि 2024: माँ दुर्गा की आस्था और महिमा

वरात्रि वर्ष में चार बार मनायी जाती है, जिसमें दो बार गुप्त नवरात्रि और दो बार सामान्य नवरात्रि होती हैं। इनमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि सबसे अधिक प्रसिद्ध हैं, जबकि माघ और आषाढ़ में भी गुप्त नवरात्रि का उत्सव आता है।

इस बार 6 जुलाई से आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है, जो 15 जुलाई तक चलेगी। इस साल की आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि में माँ दुर्गा की सवारी घोड़ा के साथ होगी, जो अपनी शक्ति और समर्थन का प्रतीक है।

गुप्त नवरात्रि 2024: कलशस्थापना का शुभ मुहूर्त

नवरात्रि के इस शुभ अवसर पर, आज हम गुप्त नवरात्रि 2024 की कलशस्थापना के शुभ मुहूर्त के बारे में चर्चा करेंगे। इस वर्ष, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से यह नवरात्रि आरंभ हो रही है, जो धार्मिकता और साधना के इस अद्वितीय समय को संकेतित करती है।

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कलशस्थापना का मुहूर्त:

गुप्त नवरात्रि में कलश की स्थापना का शुभ मुहूर्त आज सुबह 5 बजकर 29 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 07 मिनट तक रहेगा। अगर इस समय में आप कलशस्थापना नहीं कर पाएं, तो अभिजीत मुहूर्त भी उपयुक्त है, जो आज सुबह 11 बजकर 58 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 58 मिनट तक रहेगा।

गुप्त नवरात्रि में विशेषताएं:

गुप्त नवरात्रि की पूजा में तांत्रिक पथ प्रमुख होता है, जो साधना और उच्च साध्यों को ध्यान में रखता है। यह समय अपने आत्मा के शुद्धता को बढ़ाने का भी अवसर है।

पूजा विधि:

नौ दिनों तक यदि कलश स्थापित किया है, तो दोनों वेला में मंत्र जाप, चालीसा या सप्तशती का पाठ, और आरती करना अत्यंत शुभ माना जाता है। भोग में लौंग और बताशा सर्वोत्तम माने गए हैं, जबकि मां को लाल फूल प्रिय होता है

उपाय शीघ्र रोजगार, विवाह और धन प्राप्ति के लिए:

  • शीघ्र रोजगार के लिए: देवी के समक्ष घी का दीपक जलाएं और नौ बताशे देवी को अर्पित करें। यह प्रयोग रात्रि को किया जा सकता है।
  • शीघ्र विवाह के लिए: रोज देवी के समक्ष घी का दीपक जलाएं और लाल फूलों की माला अर्पित करें, शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें।
  • धन प्राप्ति के लिए: नवरात्रि में मध्य रात्रि को मां लक्ष्मी की उपासना करें, घी का दीपक जलाएं और श्री सूक्तम का पाठ करें।

इस गुप्त नवरात्रि में, आपके लिए सभी उपाय शुभ हों और आपकी साधना में सफलता प्राप्त हो। जय माता दी! नवरात्रि के इस पावन अवसर पर, विशेष रूप से भक्त और आस्थावान लोग पूजा-अर्चना और व्रत-त्याग के द्वारा माँ दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद का लाभ उठाते हैं।

आगामी गुप्त नवरात्रि के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, आप इस धारावाहिक पर जा सकते हैं.

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